लखनऊ, 20 अक्टूबर 2024: प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित वास्तुकला एवं योजना संकाय,डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के टैगोर मार्ग परिसर में लखनऊ विकास प्राधिकरण के सहयोग से हो रहे आठ दिवसीय समकालीन मूर्तिकला शिविर के सातवें दिन सभी समकालीन मूर्तिकारों ने अपने अपने मूर्तिशिल्प को अंतिम रूप देकर शिविर को पूर्ण किया। प्रकृति विषय पर सभी कलाकार अपने भावनाओं को बखूबी पत्थर को तराश कर सुंदर सुंदर समकालीन मूर्तिशिल्प सृजित किया है।
उत्तर प्रदेश लखनऊ से मुकेश वर्मा इस शिविर में मिक्स मीडिया में विषय प्रकृति को दर्शाने की कोशिश कर रहे हैं। जिसमें वे बीज से विशाल वृक्ष तक की यात्रा का प्रतिनिधित्व करते हैं। मुकेश लखनऊ में कई आर्ट प्रोजेक्ट किए हैं। उन्होंने 2006 में लखनऊ कॉलेज ऑफ आर्ट्स से मूर्तिकला में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत की 2008 में लखनऊ विकास प्राधिकरण में एक ड्राफ्ट मैन के रूप में और एक कलाकार के रूप में भी शुरू किया है। उन्होंने G.20 पर काम किया। उन्हें उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री, एलडीए द्वारा और कई अन्य कुछ प्रतिष्ठित पुरस्कार मिले। उनकी विशिष्ट शैली स्क्रैप धातु से प्रकृति के तत्वों पर काम करना है। उन्होंने मुख्यमंत्री आवास के सामने स्क्रैप से एक मोर बनाया।विभिन्न मीडिया में मुकेश का काम अधिक यथार्थवादी है। उनके काम में पैमाने और वास्तविकता की दृष्टि से जीवंत गुणवत्ता है।